Modern नीला सियार funny कहानी|नीला सियार वाली कहानी
कहानी की शूरुआत
एक दिन एक भूखा सीयार एक बुनकर की कुटिया पर आया जो की जंगल के बीच में था।
उसने वहां एक बड़ा टब देखा। वह बहुत भूखा था इसलिए सीयार ने सोचा कि उसके लिए कुछ खाना हो सकता है|
लेकिन अफसोस कि बात वहा कुछ खाने को ही नहीं था।
उस बड़े टब मे अजीब रंगीन पानी था यह एक डाई के लिये इस्तेमाल किया गया पानी था। जो की बुनकरों द्वारा धागे रंगने के लिये इस्तेमाल किया गया था। [Hindi kahaniya]
यह बात हमारे सियार को पता नहीं था
उसने टब के करीब जा कर देखने का फैसला किया।
सियार पानी को देखने के चक्कर मे फिसल गया और रंगीन पानी वाले टब मे गीर गया।
सियार पुरा नीला हो गया था।
जब उसने अपनी परछाई पानी मे देखा तो सियार को शर्म महसूस हुई। वह उदास हो कर अपनी परछाई पानी मे देख रहा था।
सियार:- जंगल में सभी जानवरों को अपना रंग प्रिय है।
मेरा ऐसा रंग देख के सभी हसेंगे ।
एक राजा की तरह सियार ने गर्व से जंगल के अंदर प्रवेश किया।
नीला सियार वाली कहानी
शियार ने जंगल मे अन्य जानवरों को बताया कि स्वयं भगवान इंद्र ने उसे जंगल का नेता चुना है। उसका
नीला रंग इसका प्रमाण है
सियार ने अपने सत्ता का आनंद लेना शुरू कर दिया। वह वास्तव में बहुत प्रसन्न था।
हालांकि सियार जानता था कि वह जो कर रहा था वह गलत था लेकिन उसने दूसरे को पता नहीं होने दिया।
Related:-एक मरे हुए चूहे से भी पैसे कमाए जा सकते है ! आइये देखे कैसे|
जंगल मे मौजूद और सियारो को सच्चाई का पता हो गया था की वह झूठ बोल रहा है। सियार बहुत घमंडी हो गया था वह बाकी सियारो की इज्जत नही करता था। जब शियार को अपने मंत्रियों को नियुक्त करने का समय आया।
यह देख कर जंगल के सभी सियार नाराज हो गये। सभी सीयार ने मिल कर एक फैसला लिया और उसको सबक सिखने का फैसला किया।
एक रात जब नीला सियार अपने मंत्रियों के साथ चर्चा कर रहा था। तभी दुसरे सियारो ने जंगल से चिलाना शुरु किया। हाऔउऊ हाऔउऊ जब नीले सियार को दूर के सियार की चीख पुकार सुनाई दी ।
वह सुनकर नीला शियार बहुत खुश हुआ और बिना कुछ सोचे वह वी चिलाने लगा |
बाघ,शेर और सभी बड़े जानवर बैठक मे इकट्ठे हुए थे।, वहा मौजूद सभी अन्य जानवरों को एहसास हुआ की यह एक साधारण सियार के अलावा कुछ भी नहीं है। सियार उन्हें बेवकूफ बनाते हुए पकड़ा गया।
सभी जानवर बहुत गुस्से में थे। सभी ने मिल कर उस नीले सियार को मार डाला।
कहानी की सीख : इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कीहम जो है हमें उसी को वृनंता पूर्वक स्वीकार कर लेना चाहिए क्यों की अगर हम झूठ बोलेंगे तो इसका परिणाम बहुत दुखद होगा।